पुलिसकर्मियों की कार्य शैली संदेह को जन्म दे रहा है।
रेत कंपनी बनी बाली का बकरा।
रेत कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों के ऊपर लगाया जा रहा आरोप।
रिपब्लिक न्यूज।।
शहडोल // मुख्यालय के अंतिम छोर मैं किए गए कार्यवाही पुलिस प्रशासन की कार्यवाही सर आंखों पर लेकिन इससे पहले कहां था संबंधित विभागों के कर्ताधर्ता जिन्हें पहले नहीं दिखा ओवरलोड वाहन और वैद्य रेत खदानों से उत्खनन करते मशीन से लोड किए जा रहे हाइवा और डग्गी क्या इससे पहले नहीं किया जा रहे थे ओवरलोड रेत परिवहन फिर किनके संरक्षण में चल रहा था रेत के वैद्य खदानों से मशीन लोडिंग और ओवरलोड रेत परिवहन।
रेत कंपनी को अवैध उत्खनन बता कर प्रशासन द्वारा किया जा रहा परेशान।
पुलिस व खनिज विभाग अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए रेत कंपनी के ऊपर आरोप लगाने में बाज नहीं आ रहीं
कुछ समय पहले भी पटवारी के ऊपर ट्रैक्टर के द्वारा हत्या कर दी गई थी
कहीं रेट सूची में तो नहीं दर्ज किया जा रहे मांग पूरी।
संबंधित प्रशासन के कार्य शैली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि कहीं ना कहीं लगता है प्रशासन अधिकारी आपने निजी स्वार्थ के लिए रेत कंपनी के ऊपर दबाव बना रही है।
किस फरार वारंटी आरोपी को रात के अंधेरे में गिरफ़्तार करने निकले संबंधित विभाग के शासकीय कर्मचारी कहा का है वारंटी फरार आरोपी जिसे रात के अंधेरे में गिरफ्तार करने निकले प्रशासन के कर्मचारी।
विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी पूर्व के पार्टनर ब्रदर्स इस कार्य को दे रहे अंजाम कंपनी में कार्यरत कर्मचारी हो जाएं सब गिरफ्तार और हमारा चलने लगे अवैध कारोबार।
पूर्व पार्टनर के संरक्षण में संचालित है कई खदानें रेत कंपनी के साथ अनुबंध था संचालित करने के लिए जिला के सभी रेत खदानें।
ओवरलोड वाहनों पर किए गए कार्यवाही इस बात की पुष्टि करता है की पुलिस और संबंधित विभाग अवैध उत्खनन रेत के खनन कारोबार को रोकने में नाकाम रहे।?