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कई वर्षों से जमे कार्यालय में भ्रष्टाचारी, करोड़ों रुपए भुगतान का मास्टर माइंड निकला रमसा प्रभारी।

शिक्षा विभाग में कुंडली मार कर बैठे भ्रष्टाचारियों पर कब पड़ेगी जिम्मेदारों की नजर।

कार्यालय में कैसे इनकी भर्ती हो गया।

कार्यालय के शाखाओं में क्रीड़ा प्रभारी, स्थानीय निधि प्रभारी  के साथ साथ जिला रमसा प्रभारी की पदस्थ संदिग्ध।

वर्षों से जमे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचारी। दलाली करने वाले प्रभारी अधिकारियों की खुली पोल, भ्रष्टाचार की खबरे प्रकाशित होते ही फड़फाड़या प्रभारी अधिकारी।

भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित होने से बौखलाया अरविन्द। भ्रष्टाचार उजागर करने वाले पत्रकार पर दबाव बनाने नोटिस भेजा की दे रहे धमकी।

सूत्रों की माने तो कलेक्टर को अपना खास बात कर करता है विधालय में वसूली।


रिपब्लिक न्यूज

शहडोल //  मध्यप्रदेश के शहडोल संभाग के मुख्यालय जिला प्रशासन कार्यालयों में पदस्थ कर्मचारी कई वर्षों से एक ही विभाग एवं एक ही शाखाओं में जमे हुए हैं, जिला पंचायत के साथ साथ जिला प्रशासन के कई कार्यालयों में भ्रष्टाचार कर दलाली करने वाले रमसा प्रभारी की खुली पोल, भ्रष्टाचार की खबरे प्रकाशित होते ही फडफाड़या।

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सिंह भी कर चुके हैं भ्रष्टाचारों की शिकायत, इससे पूर्व भी अरविन्द का हो चुका है रिश्वतखोरी की शिकायत।

फर्जी भुगतान का भ्रष्टाचार कहां गया जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से स्मार्ट क्लास संचालित करने के लिए खरीदी गई सामग्रियों का सामान।

सूत्रों की माने तो पुर्व कलेक्टर को अपना खास बात कर करता है कर्मचारियों से वसूली, किसी भी विधालय की शिकायत होने पर तुरंत दलाल की तरह लग जाता है सेटिंग करने में, भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित होने पर बौखलाया जब से रमसा प्रभारी, भ्रष्टाचार उजागर करने वाले पत्रकार पर दबाव बनाने भेज रहा नोटिस भेजने की तैयारी।

प्रभारी की मेहरबानी पत्रकारों के नाम कटें।

संबंधित विभाग के विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार खबर प्रकाशित होते ही चेक काटे गए।

सूचना का अधिकार लगाओ साथ में खबरें जब होगा आपका आदेशानुसार प्रभारी अधिकारी।

सामतपुर विद्यालय से लापता स्मार्ट क्लास संचालित करने की सामग्री प्रभारी हैरान कहां पहुंचा यहां का सामान।

शिक्षण सत्र समाप्त आज तक नहीं पहुंचा विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का सामान।

कौन है इसके जिम्मेदार।

रमसा वाले 70 लाख के प्लाट में बना पांडे जी का बच्चों के नाम से फार्म हाउस।

किस नियम के तहत जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ प्रभारी के द्वारा दोनों पदेन रहते हुए अपने हस्ताक्षर से भुगतान किए हैं। 

अगले अंक में प्रकाशित पदस्थ अधिकारियों के नाम के साथ कैसे हुआ भुगतान और किसको किया गया।

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