रिपब्लिक न्यूज।।
शहडोल मुख्यालय जिला में संचालित हो रहे अवैध लकड़ी कारोबार के खिलाफ वन विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए एक ही दिन में दो बड़े छापामार कार्यवाहीं किये।
इन कार्रवाई में जहां एक ओर घर में संचालित अवैध फर्नीचर फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया। वहीं दूसरा बिना वैध दस्तावेजों के कई नग नीलगिरी लकड़ी का परिवहन करते हुए एक पिकअप वाहन को जब्त किया गया।
यह कार्रवाई मुख्यालय जिला मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त शहडोल अनुपम सहाय के निर्देश एवं वन मण्डलधिकारी दक्षिण शहडोल श्रद्धा पेन्द्रें और उप वन मण्डलधिकारी जैतपुर विनोद जाखड़ के मार्गदर्शन में की गई।
पहली कार्रवाई बुढार वन परिक्षेत्र में की गई, जहां सीताराम उर्फ सुरेश चौधरी (61 वर्ष) के निवास पर छापा मारा गया।
जांच के दौरान घर में अवैध रूप से संचालित फर्नीचर निर्माण कार्य सामने आया। मौके से बबूल और खम्हार प्रजाति की लकड़ी से बने 7 सिंगल पल्ला दरवाजे, 1 से 2 डबल पल्ला दरवाजे, 4 सेट सोफा सहित विभिन्न आकार के कुल 274 नग चिरान 1.061 घन मीटर सतकष्ठा प्रजाति जब्त किया गया।
इसके अलावा फर्नीचर निर्माण में उपयोग होने वाले रमदा, शिकंजा बसूला, आरी, कटर मशीन, टूल मशीन सहित कुल 29 औजार भी बरामद किए गए। इस मामले में वन अपराध पंजीबद्ध किया गया।
दूसरी कार्रवाई जैतपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत मौहार टोला (नगपुरा) मार्ग पर की गई।
यहां संदिग्ध पिकअप वाहन क्रमांक MP18GA5083 को रोका गया। वाहन चालक जुगेन्द्र यादव (18 वर्ष), निवासी बैराग, लकड़ी परिवहन से संबंधित कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
वाहन में करीब 3 घन मीटर नीलगिरी लकड़ी से लदी हुई पाई गई मध्य प्रदेश अभिवहन वनोपज नियम 2022 की धारा 3, 7, 14 एवं 15 के उल्लंघन पर वन अपराध दर्ज कर अवैध लकड़ी से भरा वाहन जब्त कर लिया गया।
इन दोनों कार्रवायीयों में बुढार और जैतपुर वन परिक्षेत्र के संयुक्त वन अमले की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि अवैध कटाई एवं भंडारण और परिवहन के खिलाफ भविष्य में भी इसी तरह सख्त अभियान जारी रहेगा।