रिपब्लिक न्यूज।।
शहडोल मुख्यालय जिला उमरिया बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (ताला) में स्थित बड़े-बड़े रिसॉर्ट जहां भारतीय अमीर पर्यटक या विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं।
लेकिन यहां के रिसोर्ट की स्थिति नाम बड़े और दर्शन छोटे साबित हो रहे हैं। दरअसल यहां पर पहुंचने वाले हर तरह के पर्यटक रिसोर्ट में कई तरह के पकवान (भोजन) का आनंद यह सोच कर लेते हैं कि यहां क्वालिटी और ब्रांड में उच्च गुणवत्ता रहती होगी। लेकिन उड़न दस्ता टीम के द्वारा छापेमारी कर कार्रवाई के दौरान पूरी स्थिति की पोल खुल गई है।
उड़न दस्ता टीम के द्वारा बांधवगढ़ में स्थित रिसोर्ट धरोहर कोठी की जाँच की गई।जिसमें छत्तीसगढ सरकार द्वारा गरीबों को वितरित किए जाने वाला निःशुल्क नमक अमृत,रेस्टोरेंट में उपयोग करते पाया जिसके 32 पैकेट मौक़े से ज़ब्त किए गए।संचालक के पास एफएसएसएआई का लाइसेंस भी नहीं पाया गए। वही भोजन बनाने में उपयोग होने वाला तेल का भी इस्तेमाल दो फूल सरसों का तेल का उपयोग किया जा रहा है जबकि यह तेल भी उच्च गुणवत्ता का नहीं बताया जाता है।
संचालक द्वारा एफ़एसएसएआई और रजिस्ट्रेशन बनवाया गया था जो कि छोटे खाद्य कारोबार कर्ता के लिए होता है। कार्रवाई के दौरान मैनेजरों अमित शुक्ला द्वारा दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर उनको काट दिया गया एव कार्यवाही में असहयोग किया गया। संचालक जयवर्धन कुरोथे एव मैनेजर अमित शुक्ला के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।
जांच के दौरान ओलिव होटल एवं रिसोर्ट में किचन की जाँच के दौरान चाईनीज खाद्य पदार्थों को बनाने में अखाद्य कॉर्न फ़्लोर का उपयोग होना पाया गया,जिसका उपयोग कपड़ों को कलफ़ करने में किया जाता है।ऐसी अखाद्य कॉर्न फ्लोर के इस्तेमाल से मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर ख़तरा होने की संभावना है। मौक़े से समस्त कॉर्न फ़्लोर के नमूने ज़ब्त किए गए। जाँच के दौरान किचन के फ्रिज में कॉकरोच चलते हुए पाए गए, जिस पर संचालक के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।