
शहडोल मुख्यालय जिला पुलिस ने गत दिवस एक ऐसे डीजल चोर गिरोह को पकड़ा है जो हाईवे में खड़े वाहनों से डीजल की चोरी किया करता था। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि यह गिरोह हाइवे में चलने वाले वाहनों को रोक कर भी उनसे डीजल लूट लिया करता था। डीजल चोर गिरोह को पकड़ने की यह कार्रवाई जिले की गोहपारु पुलिस ने की है।इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार विगत कई महीनों से शहडोल जिले से निकलने वाले हाइवे में चलने वाले वाहनों से डीजल चोरी की घटनाएं घटित हुई थी। जिस पर पुलिस अधीक्षक शहडोल रामजी श्रीवास्तव द्वारा हाइवे के थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया था कि डीजल लूट एवं चोरी की घटनाओं पर तत्काल नियंत्रण किया जाए तथा अपराध घटित करने वाले गिरोह का पता कर उन्हे पकड़ा जाए।
निर्देश के परिपालन में थाना प्रभारी गोहपारू राजकुमार मिश्रा द्वारा उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय राघवेन्द्र द्विवेदी के निर्देशन में रात्रि में हाईवे में पेट्रोलिंग कर बिना नम्बर के एक बोलेरो वाहन को संदिग्ध हालत में ग्राम खैरबना नदी के पास पीछा कर पकड़ा। पुलिस ने जब इस वाहन की तलाशी ली तो इसमें डीजल चोरी करने के उपकरण और डीजल की केनें बरामद की गई। पुलिस द्वारा जब वाहन की तलाशी ली जा रही थी तो उसमें मौजूद बदमाश वाहन छोडकर जंगल मे छिप रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया। पुलिस ने जब इनसे गहनता से पूछताछ की तो उन्होंने गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे मे जानकारी दी जिसके बाद एक विशेष टीम गठित कर चोरी का डीजल खरीदने वालों के कब्जे से भारी मात्रा मे डीजल जब्त किया गया।
इन वारदातों को दिये है अंजाम पुलिस ने गिरोह में शामिल व्यक्ति पवित्र उर्फ रोहित केवट उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम सेमरा छिरहाई टोला थाना बुढ़ार और लल्ला प्रजापति उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम देवगढ थाना जैतपुर को गिरफ्तार कर उनके पास से बोलेरो वाहन क्र. एमपी 20 टीए 1094 जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए और 380 लीटर डीजल कीमत लगभग 35 हजार रुपए बरामद किया है। पूछताछ में इन बदमाशों ने खन्नौधी पेट्रोल पम्प के पास डीजल टैंकर से डीजल चोरी, 09 दिसंबर को चूंदी नदी के पास ट्रक रोककर दादागिरी से डीजल लूटना और 12 दिसंबर को चंडीमाता मंदिर पेट्रोल पम्प के पास ट्रक से डीजल चोरी करना व अन्य कई घटनाओं में संलिप्त रहना बताया है।
डीजल चोर गिरोह के ऊपर कार्यवाही करते हुए गोहपारू थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार मिश्रा, सउनि भागचंद चौधरी, सउनि महेश झा, प्रधान आरक्षक कोमल सिंह, राकेश शुक्ला, आरक्षक दीपक साहू, विनोद तिवारी, अजीत यादव और मोनू शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
